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what is hub ?

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हब(Hub) Hub एक नेटवर्क डिवाइस है जिसका उपयोग एक से ज्यादा  कंप्यूटर को एक साथ जोड़ कर एक छोटा नेटवर्क बनाने के लिए किया जाता है। एक हब में कई पोर्ट होते हैं। आप कई कम्प्यूटर्स को इन पोर्ट से जोड़ सकते है। स्विचेस (Switches) स्विच एक नेटवर्क हर्डवेयर डिवाइस है और LAN मैं कई कंप्यूटर को जोड़ने के लिए प्रयोग किया जाता है। स्विच हब के समान होते हैं परंतु उससे ज्यादा कार्य कुशल होते हैं। इनका प्रयोग साधारणतया बड़े नेटवर्क ट्रैफिक वाले क्षेत्रों में किया जाता है। हब और स्विच में अंतर- मान लीजिये चार कंप्यूटर(PC) एक हब से कनेक्ट हैं, उनमें  से एक कंप्यूटर ने, नेटवर्क में दूसरे कम्प्यूटर को कोई डाटा भेजा, तब Hub डाटा को जाने बिना ही दूसरे जो कम्प्यूटर हब से connect हैं उनको भेज देता है जिससे वो कंप्यूटर भी उस डाटा को एक्सेस कर लेते हैं | दूसरी ओर स्विच प्राप्त डाटा पैकेट को जांच कर और उसके स्रोत एवं कार्य को जानकर भेजता है इसलिए व्यस्त नेटवर्क पर स्विच हब से अच्छा कार्य करता है। रिपीटर (Repeater) रिपीटर एक नेटवर्किंग हार्डवेयर डिवाइस है जो ट्रांसमिशन कंट्रोल प्

नेटवर्किंग केबल

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नेटवर्किंग केबल ट्रांसमिशन के माध्यम हैं जिनके द्वारा डेटा स्रोत से लक्ष्य तक प्रवाहित होता है।डाटा इन केबलों के द्वारा सिग्नल के रूप में ट्रांसफर किया जाता है।यह सिग्नल डाटा को एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस तक ट्रांसमिशन मीडिया के द्वारा भेजता है। नेटवर्क केबल के प्रकार- टविस्टेड पेयर केबल कोएक्सिअल केबल  फाइबर ऑप्टिकल केबल   1 . Twisted pair cable टविस्टेड पेयर  केबल में केवल 2 वायर होते हैं जो कंडक्टर के लिए कॉपर का प्रयोग करते हैं। इन वायरों के ऊपर प्लास्टिक इंसुलेशन होता है और यह आपस में लिपटे हुए होते हैं। एक twisted केबल वायर रिसीवर तक सिग्नल को ले जाती है और दूसरी केबल  ग्राउंड रिफरेंस की तरह कार्य करती हैं। केबल वायर एक दूसरे में इसलिए लिपटी होती हैं ताकि कोई व्यवधान ना आए। Twisted वायर केबल का प्रयोग वॉयस और डाटा कम्युनिकेशन के लिए किया जाता है। ट्विस्टेड पेयर केबल दो प्रकार की होती हैं- (a). शिल्डेड टविस्टेड पेयर- STP एसटीपी आईबीएम(IBM) द्वारा बनाया गया Twisted केबलों का एक प्रकार है। इन केबलों में एक मेटल शील्ड होती है जो इंसुलेटेड केबल वायर के प्रत्येक पेयर

How to configuring the Network Interface Card (नेटवर्क इंटरफ़ेस कार्ड को कनफिगर कैसे करें )

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NIC को इनस्टॉल करने के लिए निचे दिए गए no को देखें। पहले start बटन पर क्लिक करें।  start मेनू में control panel विकल्प को चुने। control panel विंडो दिखाई देगा।  Network and internet कैटेगरी के निचे View network status and tasks विकल्प को चुने। Network and sharing center दिखाई देगा।   Tasks पेन के निचे Manage network connections विकल्प को चुने एक Network connections window दिखाई देगा।  इसे चुनने के लिए local area connection आइकॉन पर क्लिक करें, फिर इस आइकॉन पर राइट क्लिक करें। एक शॉर्टकट मेनू दिखाई देगा।  शॉर्टकट मेनू से प्रॉपर्टीज विकल्प को चुने। User account control डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा।  User Account Control डायलॉग बॉक्स में Continue बटन पर क्लिक करें। Local area Connection Properties डाइलोगे बॉक्स दिखाई देगा।  Internet Protocol version 4 (TCP/IPv4 )विकल्प को चुनें।   Properties बटन पर क्लिक करें। डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा।  Use the following ip address रेडियो बटन को चुने।  IP Address टेक्स्ट बॉक्स में ip address टाइप करें। ip Address को जानने के लिए command

नेटवर्क इंटरफ़ेस कार्ड को इंस्टॉल कैसे करें ( how to installing the network interface card )

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कंप्यूटर को नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए आपके कंप्यूटर में नेटवर्क कार्ड इंस्टाल होना आवश्यक है। आइए अब हम इंटरफेस कार्ड को इंस्टॉल करना सीखते हैं। कंप्यूटर को मेन प्लग से अलग करें और सभी केबलों को हटाए। कंप्यूटर केस को खोलें। किसी भी पेरीफेरल कंपोनेंट इंटरकनेक्ट को चुने। आप स्लॉट  का पता करने के लिए कंप्यूटर मैनुअल को देख सकते हैं। अब चित्र के अनुसार पीसीआई स्लॉट में एनआईसी को डालें। कंप्यूटर कवर को वापस अपनी जगह पर लगाएं और सभी कनेक्टेड केबलों को पुनः कनेक्ट करें। अब चित्र के अनुसार नेटवर्क केबल को पोर्ट से कनेक्ट करें। केबल के दूसरे सिरे को हब में socket से जोड़ें और कंप्यूटर को चलाएं। एनआईसी को लगाने के बाद कंप्यूटर को चालू करें। ड्राइवर डिस्क को डालें और कंप्यूटर के बूट करने तक रुके।

Hardware and Software of Networks Part-2

ट्रांसमिशन मीडियम के लिए डाटा को तैयार करना    नेटवर्क पर कंप्यूटर में डाटा क्रमिक रूप से है (एक समय में एक बिट)| लेकिन डाटा बस के साथ-साथ डाटा समानांतर रूप से भी चलता है ( एक समय में 8, 16 या 32 बिट )| एनआईसी बस से पैरलेल डाटा को नेटवर्क के लिए क्रमिक रूप में बदलता है। डाटा को भेजना   एनआईसी डाटा को नेटवर्क पर प्राप्त करता है और भेजता है। इन कार्यों को करने के लिए डाटा फ्लो कंट्रोल करने की आवश्यकता पड़ती है। एनआईसी नेटवर्क से पैकेट ओं को प्राप्त करती है, उनके गंतव्य स्थल के ड्रेसेस को देखती है और अगर पैकेट लोकल सिस्टम के लिए होता है तभी सीपीयू से हस्तक्षेप करता है। डाटा के फ्लो को नियंत्रित करना  2 कंप्यूटरों को डाटा आदान प्रदान करने के लिए एनआईसी को कुछ ट्रांसमिशन पैरामीटर ऊपर करार में होना चाहिए। डाटा को भेजने से पहले, कार्ड संदेशों को आपस में बदलते हैं और कुछ पैरामीटर जैसे ट्रांसमिशन स्पीड और पैकेटों के बीच समय अंतराल पर सहमत होते हैं।

Hardware and Software of Networks Part-1

      एक नेटवर्क को शुरू करने के लिए विभिन्न प्रकार के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयरों की आवश्यकता पड़ेगी । हार्डवेयर  में नेटवर्क इंटरफ़ेस   कार्ड, नेटवर्किंग केबल   ( कोएक्सियल केबल, twisted pair cable , optic fibre cable और नेटवर्क    ऑपरेटिंग    सिस्टम आते हैं   जैसे - हब, स्विच, ब्रिज   रिपीटर आ जाते हैं। सॉफ्टवेयर मैं प्रोटोकॉल और नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम आते हैं।      आइए अब नेटवर्क इंटरफेस कार्ड के बारे में जाने। नेटवर्क इंटरफेस कार्ड किसी कंप्यूटर को नेटवर्क के रास्ते डाटा भेजने और पाने में सक्षम बनाता है नेटवर्क इंटरफेस कार्ड कंप्यूटर को नेटवर्क केबलिंग सिस्टम से जोड़ता है। यह कंप्यूटर के एक एक्सपेंशन स्लॉट में फिट हो जाता है। कार्ड में एक या अधिक यूजर द्वारा एक्सेस कर सकने वाले पोर्ट होते हैं , जिसमें नेटवर्क केबलिंग जुड़ती हैं।       अन्य हार्डवेयर डिवाइसों की तरह एनआईसी में भी ड्राइवर होता है, जो एक सॉफ्टवेयर होता है और एनआईसी की देख-रेख करता है। एनआईसी ड्राइवर नेटवर्किंग आर्किटेक्चर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। एनआईसी ड्राइव ओएसआई मॉडल की डेटा लिंक नियर में डाट

Networking के लाभ तथा कमियां

       नेटवर्किंग द्वारा फाइलों को शेयर, संसाधनों को शेयर, बैकअप और प्रोग्रामों को शेयर कर सकते हैं तथा कम्युनिकेशन में वृद्धि कनेक्टिविटी में आसानी मूल्य कार्यों के अनुपात में प्रति व्यक्ति के व्यक्तित्व का मिशन में सुधार कर सकते हैं।             नेटवर्किंग में लाभ के साथ कुछ कमियां भी होते हैं जो डाटा सिक्योरिटी और प्राइवेसी में कमी लाती है।  महँगी  और पेचीदा वायरिंग करनी होती है । जटिल और महंगे नेटवर्क सॉफ्टवेयर होते हैं। और कभी-कभी सर्वर क्रेश भी होता है।

Why the need for Networking

     कंप्यूटर हमारी जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा है।  पूरे विश्व में सैकड़ों और हजारों कंप्यूटर विभिन्न माध्यमों से जैसे केबल माइक्रोवेव टावर और सेटेलाइटओं के जरिए एक दूसरे से अपनी सूचनाओं का आदान प्रदान करते हैं।        जो सूचना हमारे पास आने में कई दिन लगते थे वह अब मिनटों में पढ़ी और सुनी जा सकती हैं कार्य जो होने में हफ्ते लग जाते थे यह घंटों में पूरे हो जाते हैं। यह सब नेटवर्किंग के कारण संभव हो पाया है. आज कंप्यूटर नेटवर्क महज केवल की सर्किट और कंप्यूटर ही नहीं रह गया है बल्कि यह मानव समाज की रीढ़ बन गया है। नेटवर्क मानव संचार के साथ भी प्रयोग किया जा सकता है। अगर  इंस्ट्रक्टर फ्रेंच में बोलता है और विद्यार्थी केवल अंग्रेजी जानता है तो यहां पर कॉमन प्रोटोकॉल की कमी के कारण अच्छा संचार मुश्किल हो जाएगा। इस उदाहरण में कम्युनिकेशन के लिए हवा ट्रांसमिशन का मीडियम है यह कम्युनिकेशन साउंड द्वारा होती है जो और कुछ नहीं एक कंपन है और हवा के द्वारा वेव  की तरह ट्रांसमिट होता है। यह तरंगे ईयर ड्रम के द्वारा सिग्नल के समान प्राप्त की जाती है और वर्णन की गई होती हैं। वैक्यूम में बोलने से कम

Basics of Network

   नेटवर्क आपस में जुड़े सिस्टमों का एक समूह है जो शेयर्ड कम्युनिकेशन लिंक द्वारा एक सुसरे के साथ जुड़े होते है।  इसलिए एक नेटवर्क दो या अधिक व्यक्तिगत कम्प्यूटरो की आयश्यकता रखता है जिनके पास शेयर करने के लिए डेटा हो। सिस्टम एक दूसरे से ट्रांसमिशन मीडियम द्वारा अवश्य जुड़ा होना चाहिए। सभी नेटवर्को के पास इनका होना आवश्यक है;  शेयर करने के लिए डेटा  एक फिजिकल पाथवे-ट्रांसमिशन मीडियम  कम्युनिकेशन के नियम -प्रोटोकॉल    जब दो तंत्र आपस में सम्पर्क करते हैं तो वे सिर्फ  डाटा की अदला-बदली ही नहीं करते बल्कि उन्हें डेटा को समझना भी होता है जो उन्होंने एक दूसरे से प्राप्त किये हैं। इसलिए कंप्यूटर नेटवर्किंग का लक्ष्य सिर्फ डेटा  की अदला-बदली ही नहीं बल्कि पाए गए देता को समझना और उसका इस्तेमाल करना भी है।   प्रत्येक कंप्यूटर जो नेटवर्क से जुड़ा हुआ है वह 'नेटवर्क पर है' कहा जायेगा। 'नेटवर्क पर है ' के लिए कंप्यूटर द्वारा प्रयोग की जाने वाली टेक्निकल टर्म नोड या वर्क्सस्टेशन है।  जब कंप्यूटर चालू करने पर वह नेटवर्क  एक्सेस करने में सक्षम  होता है तब कंप्यूटर को ऑनलाइन कहा ज